आत्मनिर्भर भाजपा : क्या नाक से बड़ी हो चुकी है नथ?
भाजपा अब अपने बूते काम करने में समर्थ है और आरएसएस पर उसकी निर्भरता नहीं रही- सत्ताधारी पार्टी का अध्यक्ष अपनी मातृ संस्था पर ऐसा बयान देकर निकल जाए और देश में कहीं चूं तक न हो? ऐसा ही बयान यदि कांग्रेस अध्यक्ष ने गांधी परिवार के बारे में दिया होता तो विवाद की सहज कल्पना की जा सकती है। क्या हैं इस बयान के निहितार्थ? संघ-भाजपा के रहस्यमय रिश्तों पर व्यालोक की पड़ताल