दिल्ली में मेरा घर जला दिया गया… रामायण और कुरान दोनों को आंच आई है!
byदिल्ली में 30 अगस्त की सुबह एक महिला पत्रकार खुशबू अख्तर का घर जला दिया गया। जलाने वालों का अब तक कोई सुराग नहीं, लेकिन इसके हादसा होने की गुंजाइश भी नगण्य है। इस आग में सिर्फ एक घर नहीं जला है, साझा संस्कृति के प्रतीक भी जलकर खाक हुए हैं। यह घटना इसलिए गंभीर है क्योंकि धर्मनिरपेक्षता के प्रति इस पत्रकार की विश्वसनीयता असंदिग्ध है। बीते कुछ वर्षों के दौरान वंचितों और अल्पसंख्यकों के सवालों को खुशबू ने जिस साहस और निरंतरता के साथ उठाया है, वह इस घटना की मंशाओं की ओर संकेत करता है। खुशबू अख्तर की कलम से ही पूरी आपबीती