NCERT की ‘क्षत-विक्षत’ किताबों से हमारा नाम मिटा दें: योगेंद्र यादव और सुहास पलशीकर की चिट्ठी
byयोगेंद्र यादव और सुहास पलशीकर जैसे दो प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों द्वारा एनसीईआरटी निदेशक को लिखा गया पत्र इस मायने में ज्यादा दिलचस्प है कि इससे तमाम लोगों के सामने पहली बार यह बात आई है कि मोदी सरकार के नौ साल हो जाने के बावजूद सरकारी पाठ्यपुस्तकों में मुख्य सलाहकार के तौर पर सरकार के इन आलोचकों का नाम बरकरार था