देहरादून से चला सरकारी आदमी जोशीमठ कितने महीने में पहुंच सकता है?
byचार महीने पहले जोशीमठ से खबरें आना बंद हो गई थीं। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री ने आश्वासनों का पुलिंदा स्थानीय लोगों के आंदोलन पर देकर मारा था। धरना उम्मीद में उठ गया था। अब लोगों का सरकार से भरोसा ही उठ गया है क्योंकि एक अदद पुनर्वास कार्यालय खोलने के लिए राजधानी से चली इमदाद अब तक जोशीमठ नहीं पहुंची है। इस बीच लोग अपने टूटे मकानों में मजबूरन लौट कर पाताल में धंसने की बाट जोह रहे हैं। जोशीमठ से लौटे शिवम भारद्वाज की फॉलो-अप रिपोर्ट