गुजरात हाइकोर्ट के जज ने बलात्कार पीड़िता के वकील को मनुस्मृति पढ़ने का सुझाव क्यों दिया?
byगुजरात से आने वाले प्रधानमंत्री ने नई संसद में राजदंड को स्थापित किया और उसके दस दिन बाद ही गुजरात के उच्च न्यायालय में जज ने एक बलात्कार पीड़िता के वकील को मनुस्मृति पढ़ने की सलाह दे डाली। एक साथ विधायिका और न्यायपालिका में संवैधानिक मूल्य के बजाय मनुस्मृति के मूल्य की स्थापना क्या महज संयोग है?