NATO@75 : धारणा के प्रचार-युद्ध में सरकारों, कॉर्पोरेट और CSO का नया मोर्चा
byएक बार फिर पश्चिम में लोकतंत्र की दुहाई दी जाएगी और लोगों की आजादी को बचाने के नाम पर दुनिया भर में सैन्य गठजोड़ किए जाएंगे। फर्क बस इतना है कि अबकी मुद्दा ज्यादा महीन है- डिजिटल तकनीक और एआइ के रास्ते सूचना और ज्ञान के उत्पादन का। मंगलवार से शुरू हो रहा नाटो का शिखर सम्मेलन जनता की धारणा और भावना को नियंत्रित करने, उसकी निगरानी करने और उसे अनुकूलित करने के नए युद्ध का औपचारिक सूत्रपात कर सकता है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके इली बैरक्तारी खुद पूरी योजना बता रहे हैं। प्रोजेक्ट सिंडिकेट के सौजन्य से